Tuesday, December 7, 2010

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जिंदगी भर तेरी बांहों में मैं रहूँ.
आँखों से प्यार का जाम पीता रहूँ
अश्क हो या हँसी, साथ शामिल हो हम
साथ ही मैं मरुँ, साथ जीता रहूँ ||

तेरे ख्वाबों को सारे सजा मैं सकूँ
जिंदगी में तेरी भर दूँ सारे सुकून
है यही बस तमन्ना अकेली मेरी
जो भी हो जिंदगी, साथ तेरे जियूं ||

हर घड़ी तुझको पाने को तरसे ये दिल
दूर तू जो रहे तो है तड़पे ये दिल
बिन तेरे, जिंदगी में ना मकसद लगे
साथ तेरे ये दुनिया भी जन्नत लगे ||

हर घड़ी है ख्यालों में चेहरा तेरा
रहे तू मुस्कराती है ये अरमान मेरा
चाहता हूँ तुझे कितना कैसे कहूँ
बस तू ये जान ले हूँ दीवाना तेरा ||