जीवन क्या, इक सफ़र अनूठा
साथ मिले, साथी सब छूटे |
जीवन क्या, गोपी की गगरी
कान्हा के कंकड़ से फूटे ||
जीवन क्या, एक नदी पुरानी
बहा किये, सब साथ लिए |
जीवन क्या, एक रात अँधेरी
हो गए स्याह, जो दिए जले ||
जीवन क्या, हंसी अनाथ की
सरल किन्तु अबूझ ये गाथा |
जीवन क्या, आंसू इक दिल के
शोर शराबे में सन्नाटा ||
जीवन क्या, इक ख्वाब सुहाना
खुले आँख, गायब हो जाता |
जीवन क्या, बोतल मदिरा की
गम हो या ख़ुशी, बहता जाता ||
साथ मिले, साथी सब छूटे |
जीवन क्या, गोपी की गगरी
कान्हा के कंकड़ से फूटे ||
जीवन क्या, एक नदी पुरानी
बहा किये, सब साथ लिए |
जीवन क्या, एक रात अँधेरी
हो गए स्याह, जो दिए जले ||
जीवन क्या, हंसी अनाथ की
सरल किन्तु अबूझ ये गाथा |
जीवन क्या, आंसू इक दिल के
शोर शराबे में सन्नाटा ||
जीवन क्या, इक ख्वाब सुहाना
खुले आँख, गायब हो जाता |
जीवन क्या, बोतल मदिरा की
गम हो या ख़ुशी, बहता जाता ||
2 comments:
bahut badhiya :D
@ raghav sir: thanks :)
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